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Showing posts from June 24, 2020

साईं के ये 11 वचन करते हैं हर समस्या का समाधान, राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197,srbh shrm

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राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197 साईं के ये 11 वचन करते हैं हर समस्या का समाधान साईं बाबा और उनकी महिमा: -  साईं बाबा  को एक चमत्कारी पुरुष, अवतार और भगवान का स्वरुप माना जाता है. - इनको भक्ति परंपरा का प्रतीक माना जाता है. - साईं बाबा का जन्म और उनसे जुड़ी दूसरी चीजें अभी अज्ञात हैं. - इनका मूल स्थान महाराष्ट्र का शिरडी है, जहां पर भक्त इनके स्थान के दर्शन के लिए जाते हैं. - साईं को हर धर्म में मान्यता प्राप्त है, हर धर्म के मानने वाले साईं में आस्था रखते हैं. - साईं की उपासना बृहस्पतिवार के दिन विशेष रूप से की जाती है. - मुख्यतौर पर तीन रूपों में की जाती है साईं की उपासना. - चमत्कारी पुरुष के रूप में, भगवान के रूप में और गुरु के रूप में. - गुरु के रूप में इनकी पूजा उपासना सबसे उत्तम होती है. साईं बाबा का जीवन दर्शन और उपदेश: - साईं बाबा ने आमतौर पर कोई पूजा पद्धति या जीवन दर्शन नहीं दिया. - एक ही ईश्वर और श्रद्धा-सबुरी पर ही उनका विशेष जोर रहा है. - लेकिन उनके ग्यारह वचन उनके भक्तों के लिए उनका दर्शन हैं. - इन ग्यारह वचनों में जीवन की हर समस्या का

मीरा चरित (20) राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197,srbhshrm

राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197 मीरा चरित (20) क्रमशः से आगे........... दूदाजी के जाने के बाद मीरा बहुत गम्भीर हो गई । उसके सबसे बड़े सहायक और अवलम्ब उसके बाबोसा के न रहने से उसे अकेलापन खलने लगा ।यह तो प्रभु की कृपा और दूदाजी की भक्ति का प्रताप था कि पुष्कर आने वाले संत मेड़ता आकर दर्शन देते ।इस प्रकार मीरा को अनायास सत्संग प्राप्त होता ।पर धीरेधीरे रनिवास में इसका भी विरोध होने लगा -" लड़की बड़ी हो गई है, अतः इस प्रकार देर तक साधुओं के बीच में बैठे रहना और भजन गाना अच्छा नहीं है ।" " सभी साधु तो अच्छे नहीं होते ।पहले की बात ओर थी ।तब अन्नदाता हुकम साथ रहते थे और मीरा भी छोटी ही थी ।अब वह चौदह वर्ष की हो गई है । आख़िर कब तक कुंवारी रखेंगे ?" एक दिन माँ ने फिर श्याम कुन्ज आकर मीरा को समझाया -" बेटी अब तू बड़ी हो गई है इस प्रकार साधुओं के पास देर तक मत बैठा कर ।उन बाबाओं के पा स ऐसा क्या है जो किसी संत के आने की बात सुनते ही तू दौड़ जाती है ।यह रात रात भर रोना और भजन गाना , क्या इसलिए भगवान ने तुम्हें ऐसे रूप गुण दिये है ?"            . "ऐसी ब

मीरा चरित (19) राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197,srbhshrm

राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197 मीरा चरित (19) क्रमशः से आगे ......... मीरा के दूदाजी , परम वैष्णव भक्त आज अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर है ।लगभग समस्त परिवार उनके कक्ष में जुटा हुआ है- पर उन्हें लालसा है कि मैं संसार छोड़ते समय संत दर्शन कर पाऊँ ।उसी समय द्वार से मधुर स्वर सुनाई दिया....... राधेश्याम ! दूदाजी में जैसे चेतना लौट आई ।सब की दृष्टि उस ओर उठ गई ।मस्तक पर घनकृष्ण केश, भाल पर तिलक , कंठ और हाथ तुलसी माला से विभूषित , श्वेत वस्त्र , भव्य मुख वैष्णव संत के दर्शन हुए ।संत के मुख से राधेश्याम , यह प्रियतम का नाम सुनकर उल्लसित हो मीरा ने उन्हें प्रणाम किया ।फिर दूदाजी से बोली ," आपको संत- दर्शन की इच्छा थी न बाबोसा ? देखिये , प्रभु ने कैसी कृपा की ।" संत ने मीरा को आशीर्वाद दिया और परिस्थिति समझते हुये स्वयं दूदाजी के समीप चले गये ।बेटों ने संकेत पा पिता को सहारे से बिठाया । प्रणाम कर बोले ," कहाँ से पधारना हुआ महाराज ?"         " मैं दक्षिण से आ रहा हूँ राजन ।नाम चैतन्यदास है ।कुछ समय पहले गौड़ देश के प्रेमी सन्यासी श्र

मीरा चरित (18) राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197

राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197 मीरा चरित (18) क्रमशः से आगे ............... राव दूदाजी अब अस्वस्थ रहने लगे थे ।अपना अंत समय समीप जानकर उनकी ममता मीरा पर अधिक बढ़ गयी थी ।उसके मुख से भजन सुने बिना उन्हें दिन सूना लगता ।मीरा भी समय मिलते ही दूदाजी के पास जा बैठती ।उनके साथ भगवत चर्चा करती ।अपने और अन्य संतो के रचे हुए पद सुनाती ।  ऐसे ही उस दिन मीरा गिरधर की सेवा पूजा कर बैठी ही थी कि गंगा ने बताया कि दूदाजी ने आपको याद फरमाया है ।मीरा ने जाकर देखा तो उनके पलंग के पास पाँचों पुत्र , दीवान जी, राजपुरोहित और राजवैद्यजी सब वहीं थे । सहसा आँखें खोल कर दूदाजी ने पुकारा ," मीरा....। " जी मैं हाजिर हूँ बाबोसा ।" मीरा उनके पास आ बोली । "मीरा भजन गाओ बेटी !"   मीरा ने ठाकुर जी की भक्त वत्सलता का एक पद गाया ।पद पूरा होने पर दूदाजी ने चारभुजानाथ के दर्शन की इच्छा प्रकट की ।तुरन्त पालकी मंगवाई गई ।उन्हें पालकी में पौढ़ा कर चारों पुत्र कहार बने ।वीरमदेव जी छत्र लेकर पिताजी के साथ चले ।दो घड़ी तक दर्शन करते रहे ।पुजारी जी ने चरणामृत , तुलसी माला और प्रसाद दिया ।वहाँ से

ganpati vandan

राधेकृष्णावर्ल्ड 9891158197 🙏 गं गणपतये नमो नमः🙏          🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹 विध्न विनाशक, सिद्धि विनायक मंगल कारक नमोस्तुते..! शुभ मंगल कारक नमोस्तुते..!! परम पावन पार्वती तनय..! दुःख निवारक नमोस्तुते..!! गजवदना , गजानन शक्ति प्रदायक नमोस्तुते..!   दया सिन्धु , दीनबन्धु सकल उद्धारक नमोस्तुते..! मूषक वाहन, मोदक ग्रासन पाप विनाशक नमोस्तुते..!! शत् शत् नमन कोटि कोटि वन्दन             🙏🙇🙇🙏 ॐ श्री सिद्धिविनायक नमो नमः   ॐ श्री अष्टविनायक नमो नमः

बड़ी दूर से चल कर आया हू, बाबा तेरे दर के लिए हनुमान जी भजन ,राधे कृष्ण व...

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Pyar kya nahi hai? Srbhshrm

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Please, Don't Ignore. �� Srbhshrm

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