Posts

Showing posts from June 1, 2020

Aaj ki tithi 2 june 2020

Radhey krishna world 9891158197 *श्री हरिदासो विजयतेतराम*  *श्रीमत्कुंजबिहारिन्यै: नम:* 🌞 ~ *आज का पंचांग* ~ 🌞 ⛅ *दिनांक 02 जून 2020* ⛅ *दिन - मंगलवार*  ⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)* ⛅ *शक संवत - 1942* ⛅ *अयन - उत्तरायण* ⛅ *ऋतु - ग्रीष्म* ⛅ *मास - ज्येष्ठ* ⛅ *पक्ष - शुक्ल*  ⛅ *तिथि - एकादशी दोपहर 12:04 तक तत्पश्चात द्वादशी* ⛅ *नक्षत्र - चित्रा रात्रि 10:55 तक तत्पश्चात स्वाती* ⛅ *योग - व्यतिपात सुबह 09:53 तक तत्पश्चात वरीयान्* ⛅ *राहुकाल - शाम 03:45 से शाम 05:25 तक*  ⛅ *सूर्योदय - 05:57* ⛅ *सूर्यास्त - 19:15*  ⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में* ⛅ *व्रत पर्व विवरण - निर्जला-भीम एकादशी*  💥 *विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है। राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।* 💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l* 💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।* 💥 *एकादशी को चावल खाना वर्जित है। एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है

2 lines shyari, heart touching shyari

Image

लड्डू गोपाल की बहन, radhey krishna world

Radhey krishna world 9891158197 ·🙏लड्डू गोपाल की बहन 🙏 . ब्रजमंडल क्षेत्र में एक जंगल के पास एक गाँव बसा था। जंगल के किनारे ही एक टूटी-फूटी झोपड़ी में एक सात वर्षीया बालिका अपनी बूढ़ी दादी के साथ रहा करती थी। जिसका नाम उसकी दादी ने बड़े प्रेम से चंदा रखा था। . चंदा का उसकी दादी के अतिरिक्त और कोई सहारा नहीं था, उसके माता पिता की मृत्यु एक महामारी में उस समय हो गई थी जब चंदा की आयु मात्र दो वर्ष ही थी, तब से उसकी दादी ने ही उसका पालन-पोषण किया था। . उस बूढ़ी स्त्री के पास भी कमाई का कोई साधन नहीं था इसलिए वह जंगल जाती और लकड़िया बीन कर उनको बेचती और उससे जो भी आय होती उससे ही उनका गुजारा चलता था। . क्योंकि घर में और कोई नहीं था इसलिए दादी चंदा को भी अपने साथ जंगल ले जाती थी। दोनों दादी-पोती दिन भर जंगल में भटकते और संध्या होने से पहले घर वापस लौट आते ... यही उनका प्रति दिन का नियम था। . चंदा अपनी दादी के साथ बहुत प्रसन्न रहती थी, किन्तु उसको एक बात बहुत कचोटती थी कि उसका कोई भाई या बहन नहीं थे। गांव के बच्चे उसको इस बात के लिए बहुत चिढ़ाते थे तथा उसको अपने साथ भी नह